2 Line Hindi Sad Shayari – सिर्फ खोने का दुख

सिर्फ खोने का दुख: नहीं है मुझे,
वो सितमगर मेरे मिज़ाज का था..!!

मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – जला है जिस्म जहाँ दिल

जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगा
कुरेदते हो जो अब राख जुस्तुजू क्या है – मिर्ज़ा ग़ालिब

मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – इश्क़ से तबीअत ने ज़ीस्त

इश्क़ से तबीअत ने ज़ीस्त का मज़ा पाया
दर्द की दवा पाई दर्द-ए-बे-दवा पाया – मिर्ज़ा ग़ालिब