मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – बे ख़ुदी बे सबब नहीं November 28, 2019 Arzkiyahai Hindi Shero Shayari, Shayari 2 Line Mein, मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी, हिंदी शायरी बे ख़ुदी बे सबब नहीं ग़ालिब कुछ तो है जिसकी पर्दा दारी है – मिर्ज़ा ग़ालिब