वो बातें खा गईं मुझको,
जो बातें पी गया था मैं…..
Tag: jaun elia ki shayari
जौन एलिया शायरी – बिन तुम्हारे कभी नहीं आई
बिन तुम्हारे कभी नहीं आई
क्या मिरी नींद भी तुम्हारी है – जौन एलिया
जौन एलिया शायरी – तारीख़ ने क़ौमों को दिया
तारीख़ ने क़ौमों को दिया है यही पैग़ाम
हक़ माँगना तौहीन है हक़ छीन लिया जाए – जौन एलिया
जौन एलिया शायरी – जो गुज़ारी न जा सकी
जो गुज़ारी न जा सकी हम से
हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है – जौन एलिया
जौन एलिया शायरी – कोई मुझ तक पहुँच नहीं
कोई मुझ तक पहुँच नहीं पाता
इतना आसान है पता मेरा … – जौन एलिया
जौन एलिया शायरी – यारो कुछ तो ज़िक्र करो
यारो कुछ तो ज़िक्र करो तुम उस की क़यामत बाँहों का
वो जो सिमटते होंगे उन मैं, वो तो मर जाते होंगे – जौन एलिया
जौन एलिया शायरी – वो मिले तो ये
वो मिले तो ये पूछना है मुझे 〰
अब भी हूँ मैं तिरी अमान में क्या? – जौन एलिया
जौन एलिया शायरी – ज़िंदगी किस तरह बसर होगी
ज़िंदगी किस तरह बसर होगी
दिल नहीं लग रहा मोहब्बत में! – जौन एलिया
जौन एलिया शायरी – गँवाई किस की तमन्ना में
गँवाई किस की तमन्ना में ज़िंदगी मैंने
वो कौन है जिसे देखा नहीं कभी मैंने – जौन एलिया
जौन एलिया शायरी – जान-लेवा थीं ख़्वाहिशें वर्ना
जान-लेवा थीं ख़्वाहिशें वर्ना
वस्ल से इंतिज़ार अच्छा था! – जौन एलिया