Hindi Shayari – मुकम्मल इश्क़ की तलबगार नहीं है August 11, 2022 Paglu 2 Lines Hindi Shayari, Romantic Love Shayari मुकम्मल इश्क़ की तलबगार नहीं है आंखे थोड़ा_थोड़ा ही सही रोज तेरे दीदार की चाहत है