बिन तुम्हारे कभी नहीं आई
क्या मिरी नींद भी तुम्हारी है – जौन एलिया
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जौन एलिया शायरी – तारीख़ ने क़ौमों को दिया
तारीख़ ने क़ौमों को दिया है यही पैग़ाम
हक़ माँगना तौहीन है हक़ छीन लिया जाए – जौन एलिया
शहरयार शायरी – सीने में जलन आँखों में
सीने में जलन आँखों में तूफान सा क्यों है
इस शहर में हर शख्स परेशान सा क्यों है – शहरयार
शहरयार शायरी – है आज ये गिला कि
है आज ये गिला कि अकेला है ‘शहरयार’
तरसोगे कल हुजूम में तन्हाई के लिए – शहरयार
शहरयार शायरी – जो चाहती दुनिया है वो
जो चाहती दुनिया है वो मुझसे नहीं होगा
समझौता कोई ख्वाब के बदल नहीं होगा – शहरयार
शकील बदायुनी शायरी – खुल गया उन की आरज़ू
खुल गया उन की आरज़ू में ये राज़
ज़ीस्त अपनी नहीं पराई है – शकील बदायुनी
शहरयार शायरी – क्या कोई नई बात नज़र
क्या कोई नई बात नज़र आती है हम में
आईना हमें देख के हैरान सा क्यूँ है – शहरयार
शहरयार शायरी – ऐसे हिज्र के मौसम अब
ऐसे हिज्र के मौसम अब कब आते हैं
तेरे अलावा याद हमें सब आते हैं – शहरयार
शहरयार शायरी – चल चल के थक गया
चल चल के थक गया है कि मंज़िल नहीं कोई,
क्यूँ वक़्त एक मोड़ पे ठहरा हुआ सा है.. – शहरयार
शहरयार शायरी – इस सफ़र में बस मेरी
इस सफ़र में बस मेरी तन्हाई मेरे साथ थी
हर क़दम क्यूँ ख़ौफ़ मुझ को भीड़ में खोने का था – शहरयार