ज़िंदगी जब अज़ाब होती है
आशिक़ी कामयाब होती है – दुष्यंत कुमार
Tag: शायरी हिंदी प्यार
दुष्यंत कुमार शायरी – कैसे आकाश में सूराख़ नहीं
कैसे आकाश में सूराख़ नहीं हो सकता
एक पत्थर तो तबीअ’त से उछालो यारो – दुष्यंत कुमार
दुष्यंत कुमार शायरी – कहाँ तो तय था चराग़ाँ
कहाँ तो तय था चराग़ाँ हर एक घर के लिए
कहाँ चराग़ मयस्सर नहीं शहर के लिए – दुष्यंत कुमार
दाग देहलवी शायरी – ज़माने के क्या क्या सितम
ज़माने के क्या क्या सितम देखते हैं,
हम ही जानते हैं जो हम देखते हैं !! – दाग देहलवी
दुष्यंत कुमार शायरी – रहनुमाओं की अदाओं पे फ़िदा
रहनुमाओं की अदाओं पे फ़िदा है दुनिया
इस बहकती हुई दुनिया को सँभालो यारो – दुष्यंत कुमार
दाग देहलवी शायरी – कयामत क्यों नहीं आती इलाही
कयामत क्यों नहीं आती इलाही माजरा क्या है
हमारे सामने पहलू में वो गैरों के बैठे हैं – दाग देहलवी
दाग देहलवी शायरी – खूब पर्दा है कि चिलमन
खूब पर्दा है कि चिलमन से लगे बैठे हैं साफ
छुपते भी नहीं सामने आते भी नहीं – दाग देहलवी
दाग देहलवी शायरी – जिन को अपनी ख़बर नही
जिन को अपनी ख़बर नही अब तक
वो मेरे दिल का राज क्या जाने – दाग देहलवी
दाग देहलवी शायरी – दर्द बन के दिल में
दर्द बन के दिल में आना, कोई तुम से सीख जाए
जान-ए-आशिक हो के जाना ,कोई तुम से सीख जाए । – दाग देहलवी
दाग देहलवी शायरी – एक तो हुस्न बलाउस पे
एक तो हुस्न बला,उस पे बनावट आफत,
घर बिगाड़ेंगे हजारों के, संवरने वाले। – दाग देहलवी