वो आये हैं पशेमाँ लाश पर अब
तुझे अय ज़िन्दगी लाऊँ कहाँ से – मोमिन ख़ाँ मोमिन
Tag: मोमिन ख़ाँ मोमिन के हिंदी शेर
मोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी – आप की कौन सी बढ़ी
आप की कौन सी बढ़ी इज़्ज़त
मैं अगर बज़्म में ज़लील हुआ – मोमिन ख़ाँ मोमिन
मोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी – शब-ए-विसाल है गुल कर दो
शब-ए-विसाल है गुल कर दो इन चराग़ों को
ख़ुशी की बज़्म में क्या काम जलने वालों का – मोमिन ख़ाँ मोमिन
मोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी – तुम मिरे पास होते हो
तुम मिरे पास होते हो गोया
जब कोई दूसरा नहीं होता! – मोमिन ख़ाँ मोमिन
मोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी – रोया करेंगे आप भी पहरों
रोया करेंगे आप भी पहरों इसी तरह
अटका कहीं जो आपका दिल भी मेरी तरह – मोमिन ख़ाँ मोमिन
मोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी – हाथ टूटें मैं ने गर
हाथ टूटें मैं ने गर छेड़ी हों ज़ुल्फ़ें आप की
आप के सर की क़सम बाद-ए-सबा थी मैं न था! – मोमिन ख़ाँ मोमिन
मोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी – मैं भी कुछ ख़ुश नहीं
मैं भी कुछ ख़ुश नहीं वफ़ा कर के
तुम ने अच्छा किया निबाह न की! – मोमिन ख़ाँ मोमिन
मोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी – थी वस्ल में भी फ़िक्र-ए-जुदाई
थी वस्ल में भी फ़िक्र-ए-जुदाई तमाम शब
वो आए तो भी नींद न आई तमाम शब – मोमिन ख़ाँ मोमिन
मोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी – शब जो मस्जिद में जा
शब जो मस्जिद में जा फँसे ‘मोमिन’,
रात काटी ख़ुदा ख़ुदा कर के !! – मोमिन ख़ाँ मोमिन
मोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी – उसने क्या जाने क्या किया
उसने क्या जाने क्या किया लेकर,
दिल किसी काम का नहीं होता । – मोमिन ख़ाँ मोमिन