परवीन शाकिर शायरी – कैसे कह दूँ कि मुझे

कैसे कह दूँ कि मुझे छोड़ दिया है उसने,
बात तो सच है मग़र बात है रुस्वाई की! – परवीन शाकिर

परवीन शाकिर शायरी – कल रात जो ईंधन के

कल रात जो ईंधन के लिए कट के गिरा है
चिड़ियों को बहुत प्यार था उस बूढ़े शजर से – परवीन शाकिर

परवीन शाकिर शायरी – थक गया है दिल वहशी

थक गया है दिल वहशी मेरा फरियाद से भी
जी बहलता नहीं ऐ दोस्त तेरी याद से भी – परवीन शाकिर

परवीन शाकिर शायरी – वो कहीं भी गया लौटा

वो कहीं भी गया लौटा तो मिरे पास आया
बस यही बात है अच्छी मिरे हरजाई की – परवीन शाकिर