निदा फ़ाज़ली शायरी – बच्चा बोला देख कर मस्जिद

बच्चा बोला देख कर मस्जिद आली-शान
अल्लाह तेरे एक को इतना बड़ा मकान – निदा फ़ाज़ली

निदा फ़ाज़ली शायरी – जाने कब चाँद बिखर जाये

जाने कब चाँद बिखर जाये जंगल में…
घर कि चौखट पे कोई दीप जलाते रहिये…!!! – निदा फ़ाज़ली

निदा फ़ाज़ली शायरी – हर एक बस्ती बदलती है

हर एक बस्ती बदलती है रंग रूप कई
जहाँ भी सुब्ह गुज़ारो उधर ही शाम करो – निदा फ़ाज़ली

निदा फ़ाज़ली शायरी – अब ख़ुशी है न कोई

अब ख़ुशी है न कोई दर्द रुलाने वाला
हम ने अपना लिया हर रंग ज़माने वाला – निदा फ़ाज़ली