हम उन के सितम को भी करम जान रहे हैं
और वो हैं कि इस पर भी बुरा मान रहे हैं – महेन्द्र सिंह बेदी सहर
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महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – एक दुनिया है कि हंगामा
एक दुनिया है कि हंगामा ही हंगामा है
और इक मैं हूँ कि तन्हाई ही तन्हाई है – महेन्द्र सिंह बेदी सहर
महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – तक़दीर के लिखे से सिवा
तक़दीर के लिखे से सिवा बन गए हैं हम
बंदा न बन सके तो ख़ुदा बन गए हैं हम – महेन्द्र सिंह बेदी सहर
महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – ये और कुछ भी हों
ये और कुछ भी हों काफ़िर नहीं हैं तेरे रिंद
तो बाद-ए-जाम ख़ुदा का भी नाम ले साक़ी – महेन्द्र सिंह बेदी सहर
महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – मरना तो लाज़िम है इक
मरना तो लाज़िम है इक दिन जी भर के अब जी तो लूँ
मरने से पहले मर जाना मेरे बस की बात नहीं – महेन्द्र सिंह बेदी सहर
महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – है इश्क़ वो नेमत जो
है इश्क़ वो नेमत जो ख़रीदी नहीं जाती
ये शय है ख़ुदा-दाद, खुदा-दाद रहेगी – महेन्द्र सिंह बेदी सहर
महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – है हस्ती-ए-आशिक़ का बस इतना
है हस्ती-ए-आशिक़ का बस इतना ही फ़साना
बर्बाद थी बर्बाद है बर्बाद रहेगी – महेन्द्र सिंह बेदी सहर
महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – मुस्कुराना कभी न रास आया
मुस्कुराना कभी न रास आया
हर हँसी एक वारदात बनी – महेन्द्र सिंह बेदी सहर
महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – मायूस-ए-मोहब्बत है तो कर और
मायूस-ए-मोहब्बत है तो कर और मोहब्बत
कहते हैं जिसे इश्क़, मरज़ भी है दवा भी – महेन्द्र सिंह बेदी सहर
महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – जुस्तुजू उन की दर-ए-ग़ैर पे
जुस्तुजू उन की दर-ए-ग़ैर पे ले आई है
अब ख़ुदा जाने कहाँ तक मिरी रुस्वाई है – महेन्द्र सिंह बेदी सहर