खुशी की आँख में आंसू की भी जगह रखना
बुरे ज़माने कभी पूछ कर नहीं आते – वसीम बरेलवी
Category: वसीम बरेलवी शायरी
वसीम बरेलवी शायरी – तुम्हारी राह में मिटटी के
तुम्हारी राह में मिटटी के घर नहीं आते
इसीलिए तुम्हे हम नज़र नहीं आते – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – सारी दुनिया की नज़र में
सारी दुनिया की नज़र में हैं मेरी अह्द-ए-वफ़ा..
इक तेरे कहने से क्या मैं बेवफ़ा हो जाऊँगा? – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – वो झूठ बोल रहा था
वो झूठ बोल रहा था बड़े सलीके से
मैं ऐतबार न करता तो और क्या करता – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – गरीब लहरों पे पहरे बिठाए
गरीब लहरों पे पहरे बिठाए जाते हैं
समन्दरों की तलाशी कोई नहीं लेता – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – तुम मेरी तरफ़ देखना छोड़ो
तुम मेरी तरफ़ देखना छोड़ो तो बताऊँ
हर शख़्स तुम्हारी ही तरफ़ देख रहा है – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – तुम आ गये हो तो
तुम आ गये हो तो फिर कुछ चाँदनी सी बातें हों
ज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है.. – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – दुआ करो कि सलामत रहे
दुआ करो कि सलामत रहे मिरी हिम्मत
ये इक चराग़ कई आँधियों पे भारी है! – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – बिछड़ के खुद को अकेला
बिछड़ के खुद को अकेला समझ न लेना कहीं
तुम्हारे साथ कोई दूर दूर चलता है – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – मैं भी उसे खोने का
मैं भी उसे खोने का हुनर सीख न पाया
उस को भी मुझे छोड़ के जाना नहीं आता – वसीम बरेलवी