वसीम बरेलवी शायरी – खुशी की आँख में आंसू

खुशी की आँख में आंसू की भी जगह रखना
बुरे ज़माने कभी पूछ कर नहीं आते – वसीम बरेलवी

वसीम बरेलवी शायरी – वो झूठ बोल रहा था

वो झूठ बोल रहा था बड़े सलीके से
मैं ऐतबार न करता तो और क्या करता – वसीम बरेलवी

वसीम बरेलवी शायरी – तुम आ गये हो तो

तुम आ गये हो तो फिर कुछ चाँदनी सी बातें हों
ज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है.. – वसीम बरेलवी

वसीम बरेलवी शायरी – बिछड़ के खुद को अकेला

बिछड़ के खुद को अकेला समझ न लेना कहीं
तुम्हारे साथ कोई दूर दूर चलता है – वसीम बरेलवी