इरफ़ान सिद्दीक़ी शायरी – ख़्वाहिशें तोड़ न डालें तिरे

ख़्वाहिशें तोड़ न डालें तिरे सीने का क़फ़स
इतने शह-ज़ोर परिंदों को गिरफ़्तार न रख – इरफ़ान सिद्दीक़ी

इरफ़ान सिद्दीक़ी शायरी – मेरे होने में किसी तौर

मेरे होने में किसी तौर से शामिल हो जाओ
तुम मसीहा नहीं होते हो तो क़ातिल हो जाओ – इरफ़ान सिद्दीक़ी

इरफ़ान सिद्दीक़ी शायरी – उदास ख़ुश्क लबों पर लरज़

उदास ख़ुश्क लबों पर लरज़ रहा होगा
वो एक बोसा जो अब तक मिरी जबीं पे नहीं – इरफ़ान सिद्दीक़ी

इरफ़ान सिद्दीक़ी शायरी – हवा की ज़द पे हमारा

हवा की ज़द पे हमारा सफ़र है कितनी देर
चराग़ हम किसी शाम-ए-ज़वाल ही के तो हैं – इरफ़ान सिद्दीक़ी