Top 100 Hindi Shayari – Bachpan, Bachon, Bache, Children, Child, Childhood Poetry

खिलौनों की दुकानों की तरफ़ से आप क्यूँ गुज़रे
ये बच्चे की तमन्ना है ये समझौता नहीं करती
मुनव्वर राना

———>Bachche Shayari In Hindi<————

खिलौनों की दुकानो रास्ता दो
मिरे बच्चे गुज़रना चाहते हैं
अज्ञात

———>Bachche Shayari In Hindi<————

खिलौनों के लिए बच्चे अभी तक जागते होंगे
तुझे ऐ मुफ़्लिसी कोई बहाना ढूँड लेना है
मुनव्वर राना

———>बच्चों पर शायरी<————

ख़्वाहिशें दिल में मचल कर यूँही सो जाती हैं
जैसे अँगनाई में रोता हुआ बच्चा कोई
इशरत आफ़रीं

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