आशियाना बनाये भी तो कहाँ बनाये
जनाब…
जमीनें महँगी हो चली है
और
दिल में लोग जगह नहीं देते.. …
आशियाना बनाये भी तो कहाँ बनाये
जनाब…
जमीनें महँगी हो चली है
और
दिल में लोग जगह नहीं देते.. …
सबने चाहा कि हम ना मिले …
हमने चाहा की उसे गम ना मिले …
अगर ख़ुशी मिलती है उसे हमसे जुदा रहकर …
तो दुआ है रब से की उसे हम न मिले …
Read More…. Sad Love Shayari
सिला मेरी मोहब्बत का कुछ बेअसर था,
रोज मिलता था मुझसे फिर भी बेखबर था …!!