बिन तुम्हारे कभी नहीं आई
क्या मिरी नींद भी तुम्हारी है – जौन एलिया
Category: २ लाइन हिंदी शेरो शायरी
जौन एलिया शायरी – तारीख़ ने क़ौमों को दिया
तारीख़ ने क़ौमों को दिया है यही पैग़ाम
हक़ माँगना तौहीन है हक़ छीन लिया जाए – जौन एलिया
Top 100 Hindi Shayari – Bachpan, Bachon, Bache, Children, Child, Childhood Poetry
खिलौनों की दुकानों की तरफ़ से आप क्यूँ गुज़रे
ये बच्चे की तमन्ना है ये समझौता नहीं करती
मुनव्वर राना
———>Bachche Shayari In Hindi<————
खिलौनों की दुकानो रास्ता दो
मिरे बच्चे गुज़रना चाहते हैं
अज्ञात
———>Bachche Shayari In Hindi<————
खिलौनों के लिए बच्चे अभी तक जागते होंगे
तुझे ऐ मुफ़्लिसी कोई बहाना ढूँड लेना है
मुनव्वर राना
———>बच्चों पर शायरी<————
ख़्वाहिशें दिल में मचल कर यूँही सो जाती हैं
जैसे अँगनाई में रोता हुआ बच्चा कोई
इशरत आफ़रीं
मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – हाँ वो नहीं ख़ुदा-परस्त जाओ
हाँ वो नहीं ख़ुदा-परस्त जाओ वो बेवफ़ा सही
जिस को हो दीन ओ दिल अज़ीज़ उस की गली में जाए क्यूँ – मिर्ज़ा ग़ालिब
मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – और बाज़ार से ले आए
और बाज़ार से ले आए अगर टूट गया
साग़र-ए-जम से मिरा जाम-ए-सिफ़ाल अच्छा है – मिर्ज़ा ग़ालिब
मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – शहादत थी मेरी क़िस्मत में
शहादत थी मेरी क़िस्मत में जो दी थी ये ख़ू मुझ को
जहाँ तलवार को देखा झुका देता था गर्दन को – मिर्ज़ा ग़ालिब
मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – न लुटता दिन को तो
न लुटता दिन को तो कब रात को यूँ बेख़बर सोता
रहा खटका न चोरी का दुआ देता हूँ रहज़न को – मिर्ज़ा ग़ालिब
मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – रोक लो गर
रोक लो गर ग़लत चले कोई,,
बख़्श दो गर ख़ता करे कोई! – मिर्ज़ा ग़ालिब
मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – मैं भी मुँह में ज़बान
मैं भी मुँह में ज़बान रखता हूँ
काश पूछो कि मुद्दआ क्या है – मिर्ज़ा ग़ालिब
मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – उन के देखे से जो
उन के देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़
वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है – मिर्ज़ा ग़ालिब