मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो,
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही!
Category: हिंदी शेर ओ शायरी
बेस्ट हिंदी शायरी – हद से बढ़ जाये ताल्लुक
हद से बढ़ जाये ताल्लुक तो ग़म मिलते हैं ।
हम इसी वास्ते हर शख्स से कम मिलते हैं ।
हिंदी शायरी २ लाइन में – इसलिए खामोश रह के उम्र
इसलिए खामोश रह के उम्र पूरी काट दी…
ज़िन्दगी तुझसे बहस का फायदा कोई नहीं…