Hindi Shayari – मुकम्मल इश्क़ की तलबगार नहीं है Paglu June 17, 2019 2 Lines Hindi Shayari, Romantic Love Shayari Comments मुकम्मल इश्क़ की तलबगार नहीं है आंखे थोड़ा_थोड़ा ही सही रोज तेरे दीदार की चाहत है